आजकल की व्यस्त और टेंशन भरी जिंदगी में लोगों के पास किसी चीज़ के लिए भी टाइम नहीं खासकर सोने और आराम करने के लिए । प्राचीन काल में लोग वक्त के काफी ज्यादा पाबंद हुआ करते थे। खानपान से लेकर आराम तक की सभी चीज़ो को दिनचर्या के हिसाब से रहते थे । हालांकि अब वक़्त के साथ चीज़ो में काफी बदलाब हो गया है , और इन्ही चीज़ो के चलते लोगो में Insomnia या अनिंद्रा की समस्या बढ़ रही है।
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दुनिया की 10 प्रतिसत आबादी हैं अनिंद्रा से परेशान
आजकल लोग तनावभरी ज़िंदगी जीने लग गए हैं। साथ ही खराब दिनचर्या, गलत खानपान और देर रात जागने से बहुत कम उम्र में ही हमारे शरीर में बहुत सारी बीमारियाँ होने लगी है | जो insomnia या अनिंद्रा को बढ़ावा देती हैं | दुनिया की 10 प्रतिशत जनसंख्या अनिद्रा से पीड़ित है | भरपूर नींद लेना हमारे लिए उतना ही जरूरी है जितना कि खाना खाना, साँस लेना, पानी पीना आदि |
सभी वर्ग की उम्र के लोगों को चाहे वो बच्चे हों, जवान हों या बुजुर्ग हो , सबको प्रतिदिन 8 – 10 घंटे की नींद लेनी ही चाहिए | कम नींद लेने की वजह से दिमाग में मौजूद प्रोटेक्टिव प्रोटीन की मात्रा में कमी आने लगती है| जिससे हिप्पोकैंपस ( दिमाग का याददश्त वाला हिस्सा ) को नुकसान होता है और यह याददाश्त को कम करने वाली बीमारियों जैसे अल्ज़ाइमर्स और डिमेंशिया को बढ़ावा देता है |
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क्यों होता है Insomnia या अनिंद्रा (What is Insomnia)
- तनाव :- हमारे जीवन में तनाव होना एक बहुत ही साधारण बात हैं , लेकिन कुछ लोग इस तनाव को नज़रअंदाज़ कर देता है | यही तनाव हमारी नींद का सबसे बड़ा दुश्मन हैं। अगर शरीर किसी भी वजह से तनाव में है तो उसकी वजह से हमारी सोने और जागने की साइकिल बिगड़ जाती हैं | जिससे स्ट्रैस हार्मोन कार्टिसोल ज्यादा सक्रिय हो जाते है। रात को सोने के वक़्त स्ट्रैस हार्मोन कार्टिसोल काम सक्रिय रहते है ताकि शरीर आराम से सो सकें।
- बदन दर्द :- कभी कभी ज्यादा काम करने की वजह से हमारे शरीर में या बदन में दर्द रहता है | जिसकी वजह से रात को नीद आने में परेशानी होती है। बदन दर्द की वजह से नींद न आने को पेनसोमनिआ भी कहते है।
- ज्यादा स्क्रीन टाइम :- टीवी , लैपटॉप या मोबाइल से निकलने वाली किरणे हमारी आँखों के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक होती हैं जिसकी वजह से नींद ख़राब होती हैं। आजकल हमारी जीवन शैली में इन गैजेट्स का यूज़ करना मजबूरी बन गया हैं।
- कैफीन या अल्कोहल :- ज्यादा चाय या कॉफ़ी पीना या फिर सोने के टाइम से पहले इन् चीज़ो का सेवन करना भी हमारी नींद में खलल डालता है। जब हमारा शरीर जगा होता है तब हमारे शरीर में एडेनोसीन बनता है जो की शरीर में थकान होने के बाद दिमाग को सोने का संकेत देता है लेकिन कैफीन या अल्कोहल इस एडेनोसीन को ब्लॉक कर देता है जिससे सोने में प्रॉब्लम होती हैं।
- लाइफस्टाइल :- हमारे जीवन में व्यस्तता बढ़ने की वजह से हमारी जीवनशैली अस्तव्यस्त हो गयी है। जिसकी वजह से रात को ऑफिस से देर से आना या रात को देर तक जागना। ऐसे और भी बहुत सारे कारण है जिसकी वजह से हमारी स्लीप साइकिल या सोने और जागने की साइकिल बिगड़ जाता हैं। जो Insomnia या अनिंद्रा की वजह बनती है।
Insomnia या अनिंद्रा के लक्षण:
- शरीर में थकान होना या शरीर का सुस्त होना
- शरीर की मनोदशा ख़राब होना
- हमेशा चिड़चिड़ापन होना, इसके अलावा चिंता , निराशा और गुस्सा भी आता है
- चीज़ो को याद रखने में परेशानी होती है
- ध्यान लगाने में या ध्यान केंद्रित करने में भी परेशानी होती है
- सुबह उठने के बाद भी खुद को ताज़ा महसूस ना करना
- सोने की कोशिश करने पर भी नींद ना आना
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अनिंद्रा से छुटकारा पाने के घरेलु उपाय या नुस्खे :
- योग – रोज़ सुबह जल्दी उठ कर योग करने से हमारा शरीर और दिमाग दोनों का ही तनाव कम होने लगता है और शरीर का रिलैक्सेशन बढ़ता है जिससे अच्छी नींद आती है |
- गहरी साँसे लेना – गहरी सांस लेने से हमारे शरीर में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पहुँचती है और शरीर चिंता मुक्त हो जाता है जिससे अच्छी नींद आती है |
- प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन (पी. एम. आर.) – पी. एम. आर. से मांसपेशियों में आई जकड़न दूर की जा सकती है जिससे बेहतर नींद आती है | इसे आप 20 – 30 मिनट तक घर पर ही कर सकते हैं |
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग कम करें – टीवी , कम्प्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप, का इस्तेमाल कम करने से अनिद्रा की समस्या दूर होती है | लगातार इन उपकरणों के प्रयोग से आखों की मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ता है और इससे आँखों और सर में दर्द की परेशानी होने लगती है जो आगे चल कर अनिद्रा का रूप ले लेती है |
- हेडफोन का प्रयोग कम करें – हेडफोन के लगातार ज़्यादा प्रयोग से इससे निकलने वाली तेज़ ध्वनि तरंगों से सिर्फ कानों को ही नहीं बल्कि दिमाग को भी नुकसान पहुँचता है और यह नींद में कमी लाता है |
- शयनकक्ष का वातावरण – आप जिस भी कमरे में सोते हैं वहाँ अँधेरा, शांति और ठंडा वातावरण होना चाहिये और हवा का प्रवाह सही होना चाहिये |
- दिनचर्या का पालन – सही दिनचर्या का पालन करने से आप सही समय पर उठते हैं और नींद भी सही समय पर आ जाती है | सुबह देर से उठने और देर रात में सोने से दिनचर्या बदल जाती है और इससे अनिद्रा की समस्या भी बढ़ती है |
- अरोमाथेरेपी – कैमोमाइल के फूल की चाय पीने से अनिद्रा दूर होती है | कैमोमाइल, लैवेंडर, सरसों के तेल के प्रयोग से भी अनिद्रा दूर होती है |
- पौष्टिक खाना पीना – सही खाना पीना, फल, सब्जियाँ यह सभी शरीर की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाते हैं | सुबह का नाश्ता (बादाम, अखरोट, दलिया) और दिन का खाना भारी और पौष्टिक खाना चाहिये | रात में हमेशा हल्का खाना (काबुली चना, केला, कीवी, सलाद, चेरी, चावल) ही खाना चाहिये और गरम दूध पीकर सोना चाहिये जिससे शरीर रिलैक्स रहता है और नींद अच्छी आती है |
- सोया दूध का प्रयोग – इसमें विटामिन B 6 , B 12, D , E और कई तरह के विटामिन्स होते हैं जो शरीर को ऊर्जा और प्रोटीन प्रदान करते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और अनिद्रा भी दूर करता है |
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डॉक्टर से संपर्क करे
यदि Insomnia या अनिंद्रा का जल्दी निदान या इलाज ना कराया जाये तो ये गंभीर समस्या बन सकती हैं। इसके चलते इंसान डिप्रेशन (Depression ) का भी शिकार हो सकता हैं और साथ ही पेट की समस्याओं से भी ग्रस्त हो सकता हैं। इसीलिए इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए जल्द ही घऱेलू नुस्खे या उपाय अपनाने चाहिए और साथ ही अपनी जीवनशैली में भी बदलाब करना चाहिए। यदि इन सब उपायों से भी लाभ ना मिले तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
आवश्यक सूचना :
इसमें दिए गए सुझाव केवल सामान्य जानकारी के लिए ही हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर बिलकुल ना लें। बीमार या संक्रमण होने की स्तिथि में डॉक्टर से सलाह जरूर ले |