एयर इंडिया को खरीदने के लिए बोली लगाने की समय सीमा सोमवार को समाप्त हो रही है। इस बीच ऐसी खबरें जोरो से आ रही हैं कि प्रमुख कॉर्पोरेट घरानों टाटा, अडानी और हिंदुजा की इसे खरीदने में कुछ दिलचस्पी है। आपको बता दे कि एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की आखिरी तारिख 14 दिसंबर है और सरकार ने समय सीमा नहीं बढ़ाई है। हालांकि ऐसा है कि सरकार ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने वालों के लिए इन्टीमेशन तारीख को बढ़ाकर 5 जनवरी तक कर दिया है, जो कि पहले 29 दिसंबर तक ही थी।
यह शॉर्टलिस्ट किए गए बिडर्स के नामों की घोषणा करने की तारीख है। वही अभी फिजिकल बिड 29 दिसंबर तक होनी चाहिए। अब इसमें तीन बड़े कर्पोरेट घरानों की रुचि होने की खबरें आई हैं। रिपोटरें से पता चला है कि टाटा समूह, अडानी और हिंदुजा व कई अन्य एयर इंडिया के लिए बोली लगाने के बेहद इच्छुक हैं। लेकिन आधिकारिक तौर पर इनमें से किसी ने भी ऐसा कुछ नहीं कहा है।
इसी बीच, एयर इंडिया के 209 कर्मचारियों का एक समूह एक निजी फाइनेंसर के साथ साझेदारी में राष्ट्रीय वाहक के लिए बोली लगाने की पूरी तैयारी कर रहा है। जैसा कि आपको पता होगा कि, एयर इंडिया के कर्मचारी एक निजी इक्विटी फंड के साथ साझेदारी में राष्ट्रीय वाहक के लिए बोली लगाने की तैयारी कर रहे हैं और प्रत्येक कर्मचारी को बोली के लिए 1 लाख रुपये का योगदान करने के लिए कहा जाएगा।
इस बोली प्रक्रिया का नेतृत्व एयर इंडिया की कॉमर्शियल डायरेक्टर मीनाक्षी मल्लिक कर रही हैं। वहीँ पायलटों और केबिन क्रू का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनियनों ने अपने सदस्यों को कर्मचारी बोली में भाग न लेने की सलाह दी है।
वही दूसरी तरफ एयर इंडिया को ब्रिटेन में कुछ राहत की सांस मिली है। ब्रिटेन की एक अदालत ने एयर इंडिया को 17.6 मिलियन डॉलर के बकाये के भुगतान के लिए जनवरी तक का समय दे दिया। इस कंपनी को एयरक्राफ्ट लीज का पेमेंट करना है। जज ने कंपनी की इस दलील को मानते हुए कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण विमानों का परिचालन नहीं हो पाया जिससे कंपनी की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हुई है।