पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस पार्टी ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। कैप्टन अमरिंदर सिंह सीएम बने और उनके नेतृत्व में सरकार अब अपने कार्यकाल का 5 साल पूरा करने जा रही थी लेकिन उससे पहले ही सीएम के इस्तीफे ने राज्य की सियासत में हड़कंप मचा कर रख दिया है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया इस्तीफा
चुनाव से ठीक पहले हुई इस घटना ने सियासी गलियारों में हलचले बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि राज्य की विपक्षी पार्टियां कैप्टन सिंह पर डोरे डालने लगी है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी राज्य के नए सीएम की तलाश में जुट गई है। इसी बीच पंजाब में मची उथल-पुथल के बीच कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री बदले. उत्तराखंड, गुजरात, पंजाब. पुरानी कहावत है, समय रहते संभलने से बड़ी आफत टलती है. क्या ये हो पाएगा?’
पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवार ने कांग्रेस के पुराने दिनों को याद करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर शेयर की। उन्होंने राजीव गांधी के जमाने वाली 1989 के NSUI अधिवेशन की तस्वीर शेयर की और लिखा, ‘यह थी कांग्रेस!’ इसके बाद तिवारी ने एक और ट्वीट कियाय़ जिसमें उन्होंने लिखा, ‘एकला चलो रे में ही शान है।‘
इस मसले पर कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विट करते हुए कहा, ‘कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।’
अंबिका सोनी ने ठुकराया सीएम पद का प्रस्ताव
खबरों के मुताबिक पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से बढ़ रहे तकरार को लेकर कांग्रेस नेतृत्व ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा ले लिया। अब राज्य का अगला सीएम कौन होगा इस पर मंथन जारी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने सांसद अंबिका सोनी को सीएम पद का प्रस्ताव दिया लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। जिसके बाद से बैठकों का दौर जारी है। बताया जा रहा है कि पार्टी उन्हें मनाने में लगी है। कांग्रेस सांसद ने कथित तौर पर कहा है कि वह इस समय मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहती हैं और केवल एक सिख को ही पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।