गर्दन के अंदर तितली की शेप में थायराइड ग्रंथि मौजूद होती हैं। यह ग्रंथि दो प्रकार के हार्मोन को उत्सर्जित करने का काम करती है। जब भी ये ग्रंथि से कम अथवा ज्यादा हार्मोन निकलने लग जाती है, तो थायराइड की समस्या पैदा हो जाती है। थायराइड होने की मुख्य वजह थायराइड हार्मोन का ज्यादा उत्सर्जन होता है। इस तरह की स्थिति में शरीर की सभी कोशिकाएं प्रभावित हो जाती हैं। संतुलित आहार, प्रतिदिन एक्सरसाइज, तनाव को दूर रखना और आयोडीन का सेवन कर थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है।
थायराइड पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है। यह एक आनुवांशिकी रोग होता है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है। इसके साथ-साथ 60 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति को भी थायराइड का खतरा बना रहता है। अगर आप भी थायराइड के मरीज हैं और आपको अपनी थायराइड को कंट्रोल करना है तो नीचे दिए गए डाइट प्लान को अपनाएं…
डाइट प्लान
- नाश्ता
इसमें आप पोहा, चेरी, उथप्पम, इडली, दही और स्मूदी आदि पोषक तत्वों का सेवन कर सकते हैं।
- लंच
लंच में आप सलाद, हरी सब्जियां, टूना, आलू और चिकन के सूप का सेवन कर सकते है|
- डिनर
डिनर में आप दाल-रोटी, ब्राउन राइस, एक बाउल सब्जी और कटा हुए सलाद का सेवन कर सकते हैं।
- स्नैक्स में
इसमें आप डार्क चॉकलेट, गार्लिक ब्रेड, मूंगफली का मक्खन और केले का सेवन कर सकते हैं।
इस डाइट के लाभ
-अगर आप इस डाइट को फॉलो करने से न सिर्फ आपकी थायराइड कंट्रोल में रहती है, बल्कि इससे आपका पाचन तंत्र भी मजबूत होता है और आंत में सुधार में हो जाता है।
-इससे आपके इम्यून सिस्टम में सुधार दिखाई देता है। इससे संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में काफी सहायता मिलती है।
-इस डाइट प्लान को फॉलो करने से दिल से जुडी हुई बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा कम हो जाता है।
आवश्यक सूचना :इसमें दिए गए सुझाव केवल जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर ना लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।