सभी हवाई यात्रियों के लिए एक जरूरी खबर आई है। बता दे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले कच्चे तेल की कीमतों में इजाफे के की वजह से विमान ईंधन यानी एटीएफ की कीमतों में कुल 5.2 %की बढ़ोतरी हो गयी है| इसके बाद से देश में विमान ईंधन (एटीएफ) के दाम कुछ ऊंचाई पर चले गए है। पिछले दो महीने से भी कम वक्त में एटीएफ के दामो में यह चौथा इजाफा है, लेकिन वहीँ पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी लगातार 104वें दिन भी बिलकुल स्थिर बनी हुयी है। इसी कारण से हवाई यात्रा (Air travel) की कीमतों में कमी हो सकती है|
इस वजह से रुकी हुयी है बढ़ोतरी
बता दे ऐसा भी माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे कई सारे राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। हालांकि, इस बारे में ऑफिसियल रूप में कुछ नही बोला गया है। वहीँ पेट्रोलियम की कंपनियों ने ये भी बताया है कि राष्ट्र की राजधानी में एटीएफ की कीमत 4,481.63 रुपये प्रति किलोलीटर या फिर 5.2% से बढ़कर 90,519.79 रुपये प्रति किलोलीटर तक पहुँच गयी है|
हवाई यात्रियों की संख्या में हुआ कुछ सुधार
आपको बता दे जेट ईंधन में भारी इजाफा ऐसे समय में हुआ है, जब घरेलू हवाई यात्री यातायात (domestic air passenger traffic) में भी काफी ज्यादा सुधार दिखाई दे रहा है। बीते महीने कोरोना वायरस संक्रमण के ओमिक्रोन वैरिएंट के फैलाव की वजह से लॉकडाउन के बाद हवाई यात्रा करने वालों की भी संख्या भी बढ़ती जा रही है। एयरलाइन की एक खबर के अनुसार, जेट फ्यूल की कीमतों में बढ़ोत्तरी से सभी कंपनियों की रनिंग कॉस्ट भी बढ़ गयी है। जिसमे अधिक हवाई यात्रा उपलब्ध कराने में परेशानी आएगी| इसका कुछ असर Air travel पर पड़ने की संभवना है। अगर उन्होंने इसका किराया कुछ बढ़ाया तो फिर निश्चित रूप से हवाई यात्रियों की संख्या पर भी असर होगा।