देश के सबसे बड़े जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश में आने वाले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। श्मसान और अब्बा जान जैसे बयान काफी चर्चा में है। आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरु हो चुके हैं। चुनाव से पहले बीजेपी एक बार फिर से अपने रंग में दिख रही है। ध्रुवीकरण करने वाले बयान सामने आ रहे हैं। सत्ता पक्ष की ओर से कई बड़े नेता इसका बचाव भी करते दिख रहे हैं।
विकास से इतर यूपी में इन दिनों श्मसान और अब्बा जान जैसे बयान काफी चर्चा में है। पिछले दिनों राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब्बा जान पर टिप्पणी की थी। जिसपर राज्य की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जोरदार प्रतिक्रिया दी। उसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने योगी के बयान का बचाव किया। अब खुद सीएम योगी ने इस शब्द पर आपत्ति जताने वालों को करारा जवाब दिया है।
अब्बा जान पॉलिटिक्स पर अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ के संस्कार पर उठाए सवाल
एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘अब्बा जान शब्द का प्रयोग योगी जी का संस्कार है। मैं भी कुछ कह सकता हूं लेकिन नेताजी मुलायम सिंह यादव ने मुझे संस्कार दिए हैं, इसलिए मैं ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करता।
योगी ने दी जबरदस्त प्रतिक्रिया
प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस शब्द पर आपत्ति जताने वालों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, अब्बा जान कोई असंसदीय शब्द नहीं है और मुस्लिम वोट की चाहत रखने वाले लोगों को आखिर इस शब्द से परहेज क्यों है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी के बयान पर आपत्ति जताई थी जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी ने कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया। उन्हें मुस्लिम वोट तो चाहिए पर इस शब्द से परहेज क्यों है? क्या यह असंसदीय शब्द है? नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है और किसी को भी इससे कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।