आइआइटी से मोतीझील के बीच से मेट्रो का सफर करने वाले सभी शहरवासियों को अब अपने घर बैठे ही टिकट मिल सकेगी। बता दे अब पेपर टिकट लेने के लिए उन्हें मेट्रो स्टेशन नहीं जाना होगा ना ही वहां लाइन में लगना होगा। मेट्रो प्रशासन ने आने वाली फरवरी के महीने के पहले ही हफ्ते में कानपुर के मेट्रो एप लांच करने की सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है। इस पूरी नई व्यवस्था को लागू होने से अब लोगों को लाइन में खड़े होने से छुटकारा मिल जाएगा ।
आपको बता दे 29 दिसंबर से ही मेट्रो की ट्रेन का संचालन शुरू हो जाने से अब टिकट काउंटर से सभी यात्रियों को पेपर टिकट की सुविधा दी जा रही हैं। इस वक्त में हर दिन करीब-करीब 15 हजार यात्री मेट्रो में सफर का लुफ्त उठा रहे हैं। इसी कारण से टिकट काउंटरों पर यात्रियों की काफी ज्यादा भीड़ लग गयी है। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए खतरे के चलते इस सुविधा को कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में सहायता देगी|
आपको बता दे क्यूआर कोड पर आधारित इस टिकट के लिए लोगों को अपने ही मोबाइल फोन पर कानपुर मेट्रो का एक एप डाउनलोड करना होगा। उसके बाद वहां जाकर अपना नाम रजिस्टर करके टिकट को खरीदा जा सकेगा। हर एक स्टेशन के लिए अलग-अलग क्यूआर कोड होगा। जिस भी मोबाइल से टिकट को खरीदा जाएगा, सिर्फ उसी से ही मोबाइल क्यूआर कोड काम कर पाएगा। जिस भी स्टेशन से यात्री मेट्रो ट्रेन में चढ़ेंगे और जिस भी स्टेशन में उतरेंगे, उसका नाम आपको एप में जाकर लिखना होगा। इसके बाद आनलाइन किराए का भुगतान कर देने पर यात्री के मोबाइल में क्यूआर कोड आ जाएगा। उसके बाद आपको गेट के पास जाना है और स्कैनर उस कोड को अपने आप ही स्वीकार कर लेगा और गेट ओपन हो जाएगा। स्टेशन में एंट्री करने और निकलते वक्त कोड को स्कैन करना जरूरी होगा।